मरियम की पराये मर्द से गर्म मुलाकात के बाद, वह जलती हुई इच्छा से भर जाती है। उसके लिए उसकी तड़प अतृप्त थी, एक उग्र जुनून जो उसके भीतर प्रज्वलित हुआ, उसके हर विचार का उपभोग कर रहा था। जब वे अंततः फिर से मिले, तो उनके बीच चुंबकीय खिंचाव निर्विवाद था, उनके शरीर एक भावुक नृत्य में बह गए। उनकी पिछली मुठभेड़ एक आकर्षक छेड़-छाड़ थी, केवल उन शारीरिक सुखों का स्वाद था जो उनका इंतजार कर रहे थे। अब, वे अपनी इच्छाओं की गहराइयों में गहराई तक तल्लीन करने के लिए तैयार थे, उन दोनों के बीच पड़े जंगली, अदम्य क्षेत्र का पता लगाने के लिए। कमरा उनके संभोग की सिम्फनी से भरा हुआ था, जिस्मों का एक लयबद्ध नृत्य एक दूसरे के परमानंद में खो गया था.मरियम की कराहें कमरे में गूंज रही थीं, उसकी नसों से होते हुए आनंद का एक वसीयतनामा था.उसके कुशल स्पर्श ने उसके माध्यम से खुशी की लहरें भेजीं, हर एक धक्के ने उसे परमानंद की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाते हुए, हर एक धक्का उसे एक अमिट आग थी, उन दोनों को अपनी आगोश में लेते हुए। यह सिर्फ सेक्स नहीं था, यह आनंद की सिम्फ़नी थी, उन सबके बीच जलती कच्ची, मौलिक इच्छा का एक वसीयतनाम था जो उन दोनों के बीच में जलती थी।.